कभी इस घर में भी हुआ करती थी उजालों भरी सुबह कभी इस घर में भी हुआ करती थी उजालों भरी सुबह
हे मां अब तो आ जाओ अनाथ होने से हमें बचाओ। हे मां अब तो आ जाओ अनाथ होने से हमें बचाओ।
एक एक ईंट जोड़, बनाया घोंसला छोटा सा। एक एक ईंट जोड़, बनाया घोंसला छोटा सा।
हम तो बादलों से ही चोट खायें हुये है I हम तो बादलों से ही चोट खायें हुये है I
सीखा था मैंने लिखना,शब्दों को गढ़नाउसमें भाव डालनाभावों को शब्दों में ढालकविता बनाना । सीखा था मैंने लिखना,शब्दों को गढ़नाउसमें भाव डालनाभावों को शब्दों में ढालकविता बन...
बीते कल में जियें या नये कल का आगाज करें। बीते कल में जियें या नये कल का आगाज करें।